मंगलवार, 5 जनवरी 2016

Purushadaniy Prabh Parshwanath प्रभु पार्श्वनाथ का जीवन परिचय

🐍 Q 1 पार्श्वनाथ प्रभु ने कितने भव किये ?
🐍 A दस
🐍Q  2 पार्श्वनाथ प्रभु किस भव मे चक्रवर्ती वने ?
🐍 A 2 कनक बाहु क भव मे
🐍 Q 3. पार्श्वनाथ प्रभु जन्म कब हुआ
🐍 A 3 पौष वदि दशमी
🐍 Q 4 पार्श्वनाथ प्रभु जन्म किस वंश में हुआ था ?
🐍 A  4 इक्ष्वाकु वंश
🐍 Q 5 पार्श्वनाथ का लंछन क्या है ?
🐍 A  सर्प
🐍 Q 6 पार्श्वनाथ की जन्म राशी क्या थी ?
🐍 A  6 तुला

🐍 Q 7 कुशस्थल नगर के राजा कोन थे ?
🐍 A  7 प्रसेनजित
🐍 Q 8 पार्श्वनाथ का ससुराल किस नगर मे था ?
🐍 A 8 कुशस्थल नगर
🐍 Q 9 पार्श्वनाथ किस गंोत्र के थे ?
🐍 A 9 काशपय
🐍 Q 10 पार्श्वनाथ प्रभु ने किस वय में दीक्षा ली ?
🐍 A तीस वर्ष
🐍 Q 11 पार्श्वनाथ प्रभु ने किस तिथि को दीक्षा ली ?
🐍 A 11 पोष वदि 11
🐍 Q 12 पार्श्वनाथ प्रभु का शरीर प्रमाण कितना था ?
🐍 A 12 नव हाथ प्रमाण
🐍 Q 13 पार्श्वनाथ के प्रमुख साध्वी कोन थी ?
🐍 A 13 पुष्प चुला ?
🐍 Q 14 पार्श्वनाथ को किस दिन केवल ज्ञान हुआ ?
🐍 A  14 चेत्र वदि चोथ
🐍 Q 15 पार्श्वनाथ का छद्मस्थ काल कितना था ?
🐍 15 चोरासी दिन
🐍 Q 16 परमात्मा पार्श्वनाथ पर किसका उपसर्ग आया ?
🐍  A 16 मेघमाली
🐍 Q 17 पार्श्वनाथ प्रभु के कितने गणधर थे ?
🐍 A 17 आठ
🐍 Q 18 पार्श्वनाथ के साधु कितने थे ?
🐍 A 18 सोलह हज़ार
🐍 Q 19 पार्श्वनाथ के कितने साधु केवली थे ?
🐍 A 19 एक हज़ार
🐍 Q 20 पार्श्वनाथ की आयु कितनी थी ?
🐍 A 20 सो वर्ष
🐍 Q 21 पार्श्वनाथ प्रभु के साथ कितने साधु निर्वाण को प्राप्त हुये ?
🐍 A 21   33 साधु
🐍Q 22 पार्श्वनाथ के कितने साधु अवधिज्ञानी थे ?
🐍 A 22 चौदह सो
🐍 Q 23 पार्श्वनाथ प्रभु के  शासन में किसने तीथ्ंकर नाम कर्म निकाचित किया ?
🐍 A 23  अंबड  सत्य की आंनद
🐍 Q 24 पार्श्वनाथ प्रभु कितने साधु चौदह पुर्वधारी थे ?
🐍  A 24 तीन सो पच्चास
🐍Q 25 गत उत्सपिर्णी में पार्श्वनाथ  की महिमा किसने बताई थी ?
🐍 A 25 दामोदर प्रभु ने
🐍 Q 26 पार्श्वनाथ का च्यवन किस तिथि को हुआ ?
🐍 A 26 चेत्र वदि चोथ
🐍 Q 27 पार्श्वनाथ के पाँचों कल्यांणक किस नक्षत्र में हुए ?
🐍 A 27  विशाखा
🐍 Q 28 पार्श्वनाथ प्रभु के शरीर का वर्ण कोसन था ?
🐍 A 28 नीला
🐍 Q 29 परमात्मा पार्श्वनाथ किस वृक्ष के तले दिक्षा ली ?
🐍 A  29 अशोक
🐍 Q 30 पार्श्वनाथ की पत्नी का नाम क्या था ?
🐍 A 30 प्रभावती
🐍 Q 31 पार्श्वनाथ का प्रथम पारणा किसके हाथों से हुआ था
🐍 A 31 धन्यवणिक

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